शुक्रवार, 7 मई 2010

बर्बरता का प्रतिक -ताजमहल


शाहजहाँ ने ताजमहल बनने वाले कारीगर का हाथ कटवा दिया था|

मुमताज उसकी सातवीं पत्नी थी |
क्या अब भी आप ताजमहल को प्यार का प्रतीक कहेंगे |
तो कहिए मै क्या कर सकता हूँ|

2 टिप्‍पणियां:

adarsh pratap singh ने कहा…

mai bhi aap se sahamat hoon

priyanka jain ने कहा…

mai sahmat nahi hu, kyoki pyar to kisi se bhi ho jata hai...chahe wah pehla ho ya fir satwa